Sukanya Samriddhi Yojana 2025: बेटी के नाम ₹38 हजार जमा करने पर पाएं ₹17,54,986 का रिटर्न

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Sukanya Samriddhi Yojana

भारत सरकार बेटियों की पढ़ाई और भविष्य सुरक्षित करने के लिए कई योजनाएं चलाती है। ऐसी ही एक योजना है सुकन्या समृद्धि योजना, जिसे खासकर बेटियों के लिए शुरू किया गया है। अगर कोई अभिभावक इस योजना में अपनी बेटी के नाम से निवेश करता है, तो उसे भविष्य में एक बड़ी राशि मिल सकती है। इस योजना में ब्याज दर सरकारी स्तर पर तय की जाती है और यह देश की सर्वाधिक सुरक्षित और लाभकारी छोटी बचत योजनाओं में से एक मानी जाती है।

आजकल लोग भविष्य के लिए अच्छी योजनाओं की तलाश में रहते हैं, जिसमें सुरक्षित निवेश के साथ अच्छा रिटर्न मिले। बेटी के माता-पिता या अभिभावक अगर सिर्फ ₹38,000 सालाना जमा करें, तो इस योजना की गणना के अनुसार मैच्योरिटी पर करीब ₹17,54,986 रुपये तक का लाभ मिल सकता है। यह राशि बेटी की उच्च शिक्षा, शादी या किसी और जरूरी कार्य के लिए उपयोग में लाई जा सकती है।

Sukanya Samriddhi Yojana

सुकन्या समृद्धि योजना भारत सरकार की “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” अभियान का हिस्सा है। इसका मुख्य उद्देश्य बेटियों की शिक्षा और विवाह के लिए माता-पिता को प्रोत्साहित करना और आर्थिक बोझ को कम करना है। इस योजना की शुरुआत साल 2015 में की गई थी और इसे पोस्ट ऑफिस या निर्धारित बैंकों की शाखाओं में खोला जा सकता है।

इस योजना में बेटी के नाम से खाता खोल दिया जाता है, जिसे अभिभावक संचालित करते हैं। खाता बेटी की उम्र 10 साल से कम होने पर ही खोला जा सकता है। इसमें न्यूनतम ₹250 और अधिकतम ₹1.5 लाख प्रतिवर्ष जमा किए जा सकते हैं।

निवेश और ब्याज दर

इस योजना में सरकार हर तिमाही ब्याज दर निर्धारित करती है। वर्तमान में यह दर लगभग 8 प्रतिशत के आसपास है, जो अन्य योजनाओं की तुलना में काफी आकर्षक है। चूंकि यह योजना सरकारी है, इसलिए इसमें निवेश पूरी तरह सुरक्षित रहता है और रिटर्न भी सुनिश्चित मिलता है।

अगर आप हर साल ₹38,000 इस खाते में जमा करते हैं और 15 साल लगातार ऐसा करते हैं, तो खाते पर ब्याज की चक्रवृद्धि दर से जब बेटी की उम्र 21 साल पूरी होगी, तो कुल राशि ₹17,54,986 रुपये तक पहुंच जाती है। यह गणना सरकारी ब्याज दर और योजना की शर्तों के आधार पर की गई है।

योजना की शर्तें और अवधि

सुकन्या समृद्धि खाता बेटी की 21 साल की उम्र तक या उसके विवाह तक चलाया जा सकता है। हालांकि खाते में पैसा केवल 15 साल तक ही जमा करना पड़ता है। 15 साल पूरे होने के बाद भी खाते पर ब्याज मिलता रहता है जब तक इसे बंद नहीं किया जाता।

बेटी की उम्र 18 साल पूरी होने पर शिक्षा के उद्देश्य से आंशिक निकासी की सुविधा दी जाती है। वहीं, शादी होने पर भी खाता समय से पहले बंद किया जा सकता है। इस योजना का खास लाभ यह भी है कि यह टैक्स के दायरे से छूट दिलाती है।

टैक्स लाभ

आयकर कानून की धारा 80C के अंतर्गत इस खाते में जमा राशि पर कर लाभ मिलता है। यानी हर साल जो भी राशि आप जमा करेंगे उस पर आयकर छूट का फायदा भी मिलेगा। साथ ही ब्याज और मैच्योरिटी की राशि भी टैक्स फ्री होती है। इस तरह यह योजना बेटी के लिए तीनहरा लाभ प्रस्तुत करती है – सुरक्षित जमा, आकर्षक ब्याज और टैक्स छूट।

कैसे खोलें खाता

सुकन्या समृद्धि खाता खोलने के लिए बेटी का जन्म प्रमाण पत्र, अभिभावक का पहचान पत्र और पते का प्रमाण आवश्यक होता है। यह खाता पोस्ट ऑफिस के अलावा अधिकृत बैंकों में खोला जा सकता है। खाता खोलते समय न्यूनतम ₹250 जमा करना पड़ता है और इसके बाद आप अपनी क्षमता के अनुसार हर साल राशि जमा कर सकते हैं।

निष्कर्ष

सुकन्या समृद्धि योजना न केवल बेटियों के भविष्य को सुरक्षित करती है, बल्कि माता-पिता को आर्थिक चिंता से भी मुक्त करती है। सिर्फ ₹38 हजार सालाना निवेश करके बेटी के नाम पर करोड़ों जितना नहीं पर लाखों में सुरक्षित फंड तैयार करना संभव है। इस योजना से न सिर्फ बेटी की शिक्षा और विवाह का मजबूत आधार बनता है, बल्कि परिवार को भी संतोष और भरोसा मिलता है।

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